ज़ोहान-दीदी आज मेरी टीचर बता रही थी कि कोई Shubhanshu Shukla अंकल Space में जाने वाले हैं।
सफा- हां मुझे भी कुछ दिन पहले हमारी साइंस टीचर ने बताया था, लेकिन कुछ बाते मुझे समझ में नहीं आई.
ज़ोहान-चलो पापा से इसके बारे में पूछे?
सफा- हां चलते हैं.
(पापा के कमरे में)
सफा- पापा, ये शुभांशु शुक्ला अंकल कौन हैं जिनके बारे में हमारे स्कूल में हमारे टीचर बता रही थीं।

पापा- ओह,अच्छा शायद तुम Indian Astronaut शुभांशु शुक्ला के बारे में बात कर रहे हो जो स्पेस में जाने वाले हैं।
सफ़ा और ज़ोहान- हां हां वही। (दोनों एक साथ बोले)
पापा- ठीक है तो पूछो क्या पूछना चाहते हो उनके बारे में।
ज़ोहान – पापा ये Astronauts क्या होते हैं? और कैसे बनते है?

Astronaut
पापा- बेटा Astronauts वो होते हैं जो हमारी Earth को छोड़कर Space में travel करते हैं। और कुछ समय बाद Earth पर वापस आ जाते हैं। और Astronaut बनने के लिए पढ़ाई लिखाई के साथ special और tough training करनी पड़ती है।
सफा- मैडम बता रही थी कि शुभांशु अंकल पहले इंडियन हैं जो स्पेस में जाएंगे।
पापा- नहीं बेटा वो पहले नहीं दूसरे Indian Astronaut हैं जो स्पेस में जाएंगे, पहले Indian Astronaut राकेश शर्मा थे जो 1984 में स्पेस में गए थे, शुभांशु शुक्ला पहले Indian Astronaut होंगे जो ISS पर जाएंगे।
सफा- अब ये ISS क्या होता है पापा?
पापा- बेटा, असल में Earth से लगभग 400 किलोमीटर दूर स्पेस में कई देशों ने मिलकर एक घर बना रखा है जिसे ISS यानी International Space Station कहा जाता है।
सफा- ओह, वाह..तो वहां क्या वो रॉकेट से जाएंगे?
पापा-हां बिल्कुल.और उनके स्पेशल रॉकेट का नाम ”Crew Dragon” है.जो अमेरिका से उड़ेगा.जिसमे वो अमेरिका, हंगरी और पोलैंड के अपने साथी Astronaut के साथ उड़ान भरेंगे।

Indian astronaut Crew Dragon launch
सफा- हां मेरी मैडम ने स्मार्ट बोर्ड पे हमें वो रॉकेट दिखाया था।
ज़ोहान- पापा लेकिन वो वहां पे जाकर करेंगे क्या? क्या वो वहां पढ़ाई करेंगे?
पापा- (हंसते हुए)- हां एक तरह की पढ़ाई ही करेंगे लेकिन तुम्हारे स्कूल के जैसी नहीं,बल्की वो वहां पे कुछ Exciting Experiment करेंगे जैसे वो वहां पे मूंग की दाल उगाने की कोशिश करेंगे, कुछ बैक्टीरिया को ग्रो करके देखेंगे, स्पेस में हमारी muscles पर क्या असर होता है उसको जानने की कोशिश करेंगे.और भी बहुत कुछ.
ज़ोहान- लेकिन पापा ये Experiment वो Earth पर भी कर सकते हैं, इतनी दूर जाने की क्या ज़रूरत है?
पापा- बच्चे space में ये Experiment बिना Gravity यानी Zero Gravity पर होंगे, जिनका result, Earth के results से बिल्कुल अलग होगा। और वहां पे किए गए Experiments से मिली Knowledge, future में हम इंसानों को space में रहने में मदद करेगी।
ज़ोहान- ये Gravity क्या होती है?
पापा- बेटा Gravity वो ताकत होती है जो हमें earth से बांधे रखती है, जिसकी वजह से हम earth पर खड़े हो पाते हैं। अगर वो नहीं होगी तो हम earth को छोड़ देंगे,और दूर चले जायेंगे।

ISS
सफा- तो क्या ISS पे Zero Gravity में लोग उड़ते रहते हैं?
पापा- बिल्कुल सही.कुछ ऐसे..(पापा ने यू ट्यूब पर ISS के अंदर का एक वीडियो दिखाया)
सफा- लेकिन पापा ISS पर जब भूख लगती है तो Astronauts खाना कैसे खाते हैं?
पापा-बेटा वो अपने साथ स्पेशल पैकेट में बंद खाने को ले जाते हैं जिसे बिना ग्रेविटी वाले स्पेस स्टेशन पर खाया जा सके।

Eating and sleeping in zero gravity
ज़ोहान- तो वहां पे सोते कैसे हैं क्योंकि बिना Gravity के तो वो बिस्तर से उड़ जाएंगे।
पापा- हाहाहा…सही कहा, इसीलिये वो एक स्पेशल बैग में सोते हैं और अपने आप को strap से बांध देते हैं जिसे वो गिरे या उड़े नहीं।

Children asking about space
सफ़ा- वाह कितना मज़ेदार है स्पेस में रहना…
पापा- लेकिन challenging भी.
ज़ोहान- पापा मुझे भी शुभांशु अंकल की तरह Astronaut बनना है।
पापा (मुस्कुराते हुए) बिल्कुल तुम बन सकते हो, बस बड़े सपने देखो और खूब मेहनत करते रहो। एक दिन तुम भी भारत का नाम रोशन करोगे।

FUTURE ASTRONAUTS
Very nice 👌